हृदय से ठाकुर जी का सुमिरन किया तो,
आवाज राधेरानी तक जायेगी,
राधेरानी ने जो सुन ली हमारी,
तो हर बिगड़ी बात भी बन जायेगी ।
कान्हा जी....
कैसे मैं कहू क्या है मेरी कहानी.....
कभी खुश्क आंखे तो कभी बहता पानी......
पत्ते पत्ते पर ढूंढा पर पता तेरा नही......
जब पता तेरा लगा तो अब पता मेरा नहीं..
🌹🌹🌹🌹🌹🌹जय श्री कृष्णा राधे राधे🌹🌹🌹🌹🌹🌹
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